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Thursday, March 4

Types and Treatment Of Hernia हर्निया का प्रकार और ईलाज

 Types Of Hernia | Treatment Of Hernia| हर्निया का प्रकार और ईलाज- दोस्तों आज – कल के लोगों कि खराब खानपान, गलत जीवन शैली और लापरवाही के चलते विभिन्न प्रकार कि स्वास्थ समस्याएं उत्पन्न हो जाती है, और समय पर उस पर ध्यान ना देने से वह बढ़कर घातक हो जाती है, और फिर तरह – तरह कि दिक्कत परेशानियों का सामना हम सभी को करना पड़ता है, उसी तरह ही एक होती है हर्निया की समस्या जिसे लोग अक्सर गंभीरता से न लेकर काफी साधारण रूप में ले लेते हैं और धीरे धीरे ये एक गम्भीर बीमारी में तब्दील हो जाती है, ये शारीरिक परेशानी एकदम से नहीं पनपती बल्कि रोज़ के गलत खान पान, रहन – सहन व असावधानी के चलते धीरे – धीरे ही एक विशाल रूप ले लेती है जिसे हमें वक्त रहते ही समझना पड़ेगा अक्सर लोग इसके गंभीर हो जाने और असहनीय हो जाने के बाद ही डॉक्टर से परामर्श करते है जो कि काफी गलत है और हमें ऐसा करने से बचना चाहिए। तो चलिए पहले जान लेते हैं कि ये हर्निया किसे कहते हैं और कैसे हम इसको पहचान सकते हैं।


Types and Treatment Of Hernia

हर्निया किसे कहते हैं ? (What is a Hernia)

हर्निया एक काफी आम समस्या है, जो कि स्त्री हो या कोई पुरुष किसी को भी हो सकती है, इसमें इंसान के पेट कि मांसपेशियां कमज़ोर हो जाती है और उनके अंदर से आंते या फिर कहें तो कोई सामग्री बाहर आने लग जाती है। तथा लेट जाने पर ये वापिस चली जाती है दूसरे शब्दों में जब भी किसी मनुष्य के पेट में उसका कोई भी अंग, मांसपेशी या फिर Tissue किसी छेद के द्वारा बाहर कि ओर आने लग जाता है उसे
हर्निया कहते हैं, आमतौर पर लोगों को इस परेशानी के बारे में पता ही नहीं चलता है, तेज़ी से दर्द शुरू हो जाने पर ही इसके लक्षण का पता लगता है, इसे हम इस प्रकार भी समझ सकते हैं कि जैसे हमारे पास कोई थैला है और उसमें हमने सामान रखा हुआ है और तभी उसमें अगर कोई छेद हो जाता है तो सामान बाहर आने लग जाता है उसी तरह ही ये हर्निया भी है, जिसमे हमारे शरीर के अंदर के अंगों को उनको उनकी जगह पर ही रहने देने वाली Muscle Wall या Tissue जब कभी भी कहीं से कमज़ोर हो जाता है या कहीं पर छेद हो जाता है, उसे ही हम हर्निया कहते हैं।

हर्निया के प्रकार (Types Of Hernia)

चलिए अब हम जानते हैं कि इस हर्निया के कितने प्रकार होते हैं –

• नाभि हर्निया :-

इस प्रकार का हर्निया आमतौर पर बच्चों में या फिर 6 महीने से कम उम्र के बच्चों में पाया जाता है, और यह तब होता है जब उनकी आंते नाभि के पास वाली पेट की दीवार की मदद से बाहर निकलने लग जाती है, इसमें आपको आपके बच्चे की नाभि में या फिर नाभि के आस – पास एक उठाव सा नजर आ सकता हैं आमतौर पर तभी जब भी वो रो रहा है, वैसे तो हम आपको बता दें कि नाभि हर्निया अकेला ऐसा प्रकार है जो कि अक्सर अपने आप ही ठीक हो जाता है, और ऐसा इसीलिए क्योंकि जब बच्चा 1 वर्ष का होता है तब उसकी पेट कि दीवारों
कि मांसपेशियां मज़बूत हो जाती है।

• वेक्षणा हर्निया :-

दोस्तों हम आपको बता दें कि हर्निया का ये प्रकार सबसे आम प्रकार है जो कि सबसे ज़्यादा पाया जाता है, ब्रिटिश हर्निया सेंटर कि अगर माने तो दुनिया में लगभग सभी प्रकार के हर्निया में से 70% Cases में इसी तरह का हर्निया पाया जाता है, असल में ये हर्निया का तब पता चलता है जब आंत पेट में किसी कमजोर जगह या पेट की निचली दीवार को फाड़कर बाहर निकल जाती है, और इस तरह का हर्निया महिलाओं कि जगह पुरुषों में अधिक पाया जाता है।

• जघनास्थिक हर्निया :-

इस प्रकार का हर्निया बाकी प्रकारों से बहुत कम ही पाया जाता है आप ये लगा कर चलिए कि बाकी प्रकारों में से ये प्रकार कम से कम 20% ही पाया जाता है और ये वाला प्रकार हर्निया का सबसे असामान्य प्रकार भी है, यह ज़्यादातर जाँघों या ग्रोइन के अंदर और ऊपरी हिस्से में नज़र आता है। परंतु जब आप लेट जाते हैं तो यह उठाव वापस चला जाता है, लेकिन खांसी आ जाने से या फिर किसी तरह के दर्द के कारण यह दुबारा भी वापिस आ सकता है।

हर्निया का ईलाज (Treatment Of Hernia)

चलिए अब हम जानते हैं कि कैसे हम इस हर्निया का ईलाज (Treatment Of Hernia) कर सकते हैं।

• जीवन शैली में बदलाव को लाना :-

जैसा कि आप सभी ये बात काफी अच्छी तरह से जानते ही हैं कि एक अच्छी जीवन शैली कि आदत को अपने अंदर ढाल कर के हम अपनी ज़िन्दगी में कितना कुछ हासिल कर सकते हैं, आप खुद ही देख सकते हैं कि एक अच्छी जीवन शैली वाले इंसान और एक खराब जीवन शैली वाले इंसान में कितना अंतर होता है याने की सब कुछ सही ढंग से करना, खान – पान इत्यादि पर अपना कंट्रोल रखना ये सब हमें जीवन में खुशहाल रहने में काफी मदद करता है और हर प्रकार कि परेशानी से दूर रखता है उसी तरह अगर हम भी अपनी जीवन शैली को सुधारते हैं जैसे कि अपना खान – पान नियंत्रण रख कर, वजन का ध्यान रख कर, रोज़ाना कसरत आदि करके हम अपनी इस समस्या से भी निजात पा ही सकते हैं।

• योग करके :-

दोस्तों योग कि मदद से ना जाने कितनी तरह कि परेशानियों से हम सभी छुटकारा पा सकते हैं ये तो हम खुद भी नहीं जानते हैं, लेकिन आज सिर्फ अपना देश भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया योग करके अपने शरीर को तंदुरुस्त करने में लगी हुई है, लोग खासकर इसके लिए अलग – अलग Classes Join करते हैं, ताकि वो दूसरों से स रख कर खुद के स्वस्थ को बेहतर बना सकें। इसीलिए आप हर्निया को दूर करने के लिए योग का भी सहारा ले सकते हैं, जिसमे कि आपको एक Plain जगह पर दरी बिछा कर सीधे लेट जाना होता है और अपने एक हाथ को अपनी हर्निया वाली जगह पर रख कर अपने Right पैर को ऊपर उठाना होगा, उसके बाद उसे ऊपर से नीचे कि तरफ लेना है, मगर ऐसा करते वक्त आप एक बात का विशेष ध्यान में रखें कि आपका पैर ज़मीन से बिल्कुल भी ना लगने पाए, और उसके बाद आपको अपने Left पैर से भी Same तरीके को अपनाना होगा ऐसा आप 10 बार कर सकते हैं, अगर आप चाहते हैं तो इसकी Time Limit को अपने हिसाब से भी कर सकते हैं।

• सर्जरी करवा कर :-

वैसे तो तमाम ऐसी समस्याएं हैं जिसका इलाज हम डॉक्टरों से सर्जरी करवा कर भी कर सकते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर्निया का इलाज (Treatment Of Hernia) आप सर्जरी के द्वारा भी करवा सकते हैं जी हां बिल्कुल अगर आप समय रहते अपनी इस समस्या के बारे में जान जाते हैं तो बिना देरी किए आप किसी डॉक्टर से इस बारे में मशवरा लेकर तुरंत ही इसकी सर्जरी करवा सकते हैं, जिसमे कि डॉक्टर आपके अंदर कि कमज़ोर मांसपेशियों को ऑपरेशन के माध्यम से ठीक कर सकते हैं, इस सर्जरी को laparoscopic surgery कहते हैं, लेकिन आपको ध्यान ये भी रखना है कि इसमें लापरवाही बिल्कुल भी नहीं बरतनी है, कम असर लगने पर भी तुरंत डॉक्टर को इसके बारे में सूचित कर देना ही सही होता है।

• अल्ट्रासाउंड से :-

जब कभी भी हमें अपने शरीर के आंतरिक भाग में किसी भी परेशानी का अनुभव होता है तो ज़्यादातर हम या फिर डॉक्टर भी अल्ट्रासाउंड कि मदद से हमारी उस परेशानी के बारे में सही प्रकार से पता लगा सकते हैं, क्योंकि कई बार हमें खुद भी नहीं पता चल पाता है कि आखिर हमें परेशानी किस बात कि है इसीलिए सब से पहले ज़रूरी है कि आप ऐसे परेशानी वाले लक्षण ज्ञात हो जाने पर अपना अल्ट्रासाउंड ज़रूर से करवा लें जिससे कि आपकी समस्या कि सही स्थिति के बारे में पता चल सके और आप सही परेशानी का सही से ईलाज करवा सकें।

• एलोवेरा का जूस :-

दोस्तों हमने और आप सभी ने कभी ना कभी तो एलोवेरा के बारे में और उसकी ख़ास बातों के बारे में कि ये कितनी प्रभावकारी औषधि है इसके बारे में हमने सुना होगा कि चेहरे पर अगर कील मुंहासे आ जाए तो इसकी मदद से हम इन सब से छुटकारा पा सकते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर्निया के ईलाज (Treatment Of Hernia) में भी एलोवेरा का काफी ज़्यादा योगदान रहता है, जिसमे कि अगर हम खाना – खाने के 15-20 मिनट पहले आधा कप जूस पी लें तो हमें इसका काफी ज़्यादा असर देखने को मिलता है, क्योंकि हर्निया जैसी समस्या में कब्ज़ भी शामिल होती है, और एलोवेरा जूस में लेक्सेटिव गुण पाए जाते हैं जो की मल को बाहर निकालने में सहायक होता है, जिससे कि कब्ज़ कि समस्या दूर हो जाती है और साथ ही यह हर्निया जैसी परेशानी से भी बचा सकता है।

• दालचीनी का उपयोग :-

अक्सर हम सभी और आप भी दालचीनी का प्रयोग खाने – पीने कि चीज़ों में डालकर करते हैं जिससे कि खाने का अलग ही Flavour बन जाता है, लेकिन वही दूसरी ओर मैं आपको ये भी बता दूं कि दालचीनी हर्निया के ईलाज (Treatment Of Hernia) में भी काम आती है जिसमें कि आपको बस करना ये है कि आधा चम्मच दालचीनी पाउडर को लेना है और एक कप पानी भी, उसके बाद पानी में दालचीनी पाउडर को मिलाना है और फिर साथ ही उसे गर्म भी कर लेना है, उसके बाद उस बर्तन को ढक कर कुछ देर उबलने देना है, उबलने के पश्चात आपको इसका सेवन चाय कि तरह करना होगा।

तो दोस्तों कैसा लगा आपका हमारा ये Article हम उम्मीद करते हैं कि आपको ये बेहद पसंद आया होगा और हर्निया को दूर करने के लिए जो ईलाज (Treatment Of Hernia) बताएं हैं वे भी काफी अच्छी तरह से समझ आ गए होंगे।

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