Hindi Health Information : Health disadvantages of smart phones – फोन हमारी जिंदगी का बहुत ही जरूरी हिस्सा बन चुका है। तत्काल कम्युनिकेशन का इससे बेहतरीन माध्यम शायद ही कोई दूसरा हो। लेकिन दिनभर फोन पर बिजी रहने की आदत सेहत से जुड़ी कई प्रकार की समस्याएं भी खड़ी कर सकती है। फोन के इस्तेमाल के वक्त कुछ बातों का ख्याल रखकर इन समस्याओं से दूर रहा जा सकता है। जरूरत से ज्यादा फोन पर बिजी रहने से होने वाली बीमारियों और इससे बचने के उपाय के बारे में जानते हैं।
आंखों में प्रॉब्लम
बचने के उपाय- फोन को आंखों से कुछ दूरी पर रखकर इस्तेमाल करें। लगातार फोन देखते रहने के बजाय बीच-बीच में ब्रेक लें। आंखों को कुछ देर के लिए बंद करें। हथेलियों को आपस में रगड़कर आंखों के ऊपर रखें। इससे आंखों को आराम मिलता है।आपका स्मार्टफोन बेशक वॉट्सऐप, फेसबुक और ट्विटर को सेकंड्स में ओपन कर रहा है, लेकिन क्या आपको पता है कि ये धीरे-धीरे आपकी आंखों के रोशनी को भी खराब कर रहा है। दिनभर फोन में कभी फोटोज तो कभी मैसेज देखने में बिजी रहने से आंखों की रोशनी कम होती जाती है। इससे आंखों पर जोर पड़ता है, क्योंकि फोन के फॉन्ट साइज लिमिटेड होते हैं। इस वजह से आंखों से पानी आना, धुंधला दिखाई देना, सिरदर्द, आंखों का लाल होना जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं।
गले और पीठ में दर्द
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बचने के उपाय- फोन पर बात करते वक्त गर्दन को सीधा रखें। बिजी हैं तो फोन न करें और न ही अटेंड करें। दोनों ही स्थितियों में यह खतरनाक साबित हो सकता है। बात करना बहुत जरूरी है तो ईयरफोन का इस्तेमाल करें। इससे गर्दन को सीधा रखकर बात करना पॉसिबल है।मैसेजिंग और चैटिंग की आदत कुछ देर की खुशी के साथ ही लंबे वक्त का पेन भी दे सकती है। झुककर चैट करने, मैसेज करने और गाने सुनने से गले और पीठ में दर्द की शिकायत हो सकती है। गर्दन के दर्द से इसकी शुरुआत होती है जो धीरे-धीरे पीठ दर्द तक पहुंच जाती है। कई बार लोग ड्राइविंग के वक्त भी फोन पर एक साइड झुककर बात करते हैं। यह बहुत ही खतरनाक साबित हो सकता है।
उंगलियों में दर्द
टचस्क्रीन फोन हो या की-बोर्ड वाला, दोनों में ही उंगलियों का इस्तेमाल करना पड़ता है। इससे उंगलियों की टिप में दर्द की शिकायत हो सकती है। उंगलियों की स्किन हार्ड हो सकती है और कई बार उनमें खुजली भी होने लगती है।बचने के उपाय- बीच-बीच में उंगलियों की एक्सरसाइज करती रहें। मैसेजिंग से बेहतर है चैटिंग।
नींद न आने की समस्या
बचने के उपाय- सोने के वक्त फोन के इस्तेमाल को अवॉयड करें। फोन को साइलेंट मोड पर रखें।फोन के इस्तेमाल से सबसे ज्यादा असर नींद पर पड़ता है। रात को घंटों तक फोन पर बात करने, मैसेजिंग करने के अलावा लोग वॉट्सऐप और फेसबुक पर भी एक्टिव रहते हैं। इस चक्कर में वो नींद को भी अवॉयड करते हैं। 6-8 घंटे की नींद अच्छी सेहत के लिए बहुत ही जरूरी होती है, जो फोन के ज्यादा इस्तेमाल के कारण पूरी नहीं हो पाती। इससे चिड़चिड़ापन, स्ट्रेस और डिप्रेशन जैसी समस्याएं होने लगती हैं
फोबिया का शिकार
बचने के उपाय- इस फोबिया से दूर रहने के लिए सबसे पहले खुद को समझाना जरूरी है। मेडिटेशन और सांसों की एक्सरसाइज से काफी हद तक इस पर कंट्रोल किया जा सकता है।बिल्कुल अलग तरह का फोबिया है नोमोफोबिया, जिसमें फोन पास में न रहने पर उसकी रिंगटोन और मैसेज टोन का आभास होता रहता है। फोन खो जाने पर, घर में भूल जाने पर टेंशन और स्ट्रेस तो होता ही है, साथ ही पूरा ध्यान उसी ओर लगा रहता है। इससे दिमाग पर इफेक्ट पड़ता है जो कमजोर याददाश्त का कारण भी बन सकता है।
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